रविवार, 10 मार्च 2013

introduction




नमस्कार मेरा सभी बड भैजी  दीदियों , छुटु  भाई  भूलियों त ! औषिधि कु ज्ञान धारा  मा आप सभी कु सादर स्वागत च !
आज कु भागदौड़ भरी जिन्दगी मा  हमते अपर स्वास्थ्य की जरह भी परवाह  नि रांदी  जैक वजह से  बुढापा से पेल ही दवई  पर जीन परद ! भाँती भाँती कु रोग मा सबसे ज्यादा मधुमेह कु रोग चिंता कु विशे बन्यू च ! विश्व मा  80 % कु आबादी ये से ही दुखी च ! अस्त व्यस्त जीन कु  अंदाज , खाण  पीण मा लापरवाही हमर स्वास्थ्य त पंगु बनाण पर लग्युं च ! बड़ों की दगडी आजकल  छुटु  बच्चों भी एसे परेशान छन ! 
हमर  प्रदेश मा जड़ी बूटी अर  वैकु ज्ञान कु कुई कमी नि च ! कमी त  बस जागरूकता कु च !  जय भी घरों मा  जड़ी बूटियों कुण प्रेम हूंद वख परिवार निरोगी  छन किलैकी जब जय भी रोग माँ वू लोग पीड़ित हवाल त  उनते अपर इलाज वास्ता कखी  भगण  नि पर्दी ! पण  आधुनिकता कु दौड़ मा लोग अप्रि औषधीय ज्ञान कु तिलांजली दीना छन !अर  वू भी अंग्रेजी द्वी वास्ता जैसे तुरंत आराम दीन वाल समझी जान्द ! पण  वैकी  दगडी  न जाने कतका होर  बीमारी हम अपर गल  लगा लेनदछौ    ! अर फिर शुरू वैह  जंद च अनंत दवई  कु सिलसिला ,समय अर धन की बर्बादी भी ! जन बोल्दन छन पेल स्वास्थ्य फिर परमार्थ त  हम सभियुं त  सजग हूण पडल ! औषधीय जानकारी एक दूसरा तक पहुंचान कुण  लोग्युं कु रूचि वैकी  विस्तारं मा जरूरी च ! काफी शोध अर  लोगों दगड सम्पर्क करण कु बाद जू औषधि मैत्ते  मधुमेह वास्ता बढ़िया लगी वेते  मी आपकू समक्ष  रखना रौलू !

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